कस्बे के सराय मौहल्ला स्थित पूराने गल्र्स कॉलेज के भवन में बनाया गया है कार्यालय
60 लाख रूपयों की लागत से हुई थी हैरीटेज भवन की मरम्मत
सब कुछ सही रहा तो कस्बे के मुख्य चौराहा स्थित नगर परिषद भवन में संचालित कोटपूतली-बहरोड़ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय को कस्बे के सराय मौहल्ला स्थित पूराने गल्र्स कॉलेज के भवन में स्थानान्तरित किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में कोटपूतली-बहरोड़ नवीन जिला गठन के समय अपै्रल 2023 में जिले की प्रथम ओएसडी के रूप में आईएएस शुभम चौधरी के कार्यालय हेतु नगर परिषद भवन में वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। बाद में अगस्त 2023 में कोटपूतली-बहरोड़ जिला गठन की अधिसूचना जारी होने पर भी नगर परिषद भवन में ही जिला कलेक्ट्रेट का अस्थाई कार्यालय बनाया गया था। जिसके बाद से जिला कलेक्टर द्वारा उसी भवन का कार्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा है। जिसमें नगर परिषद कार्यालय भी संचालित है। दोनों ही कार्यालय एक जगह होने से अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ आमजन, पक्षकारान व अधिवक्ताओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस शासन में ही जिला कलेक्टे्रट के स्थाई भवन के निर्माण होने तक अस्थाई तौर पर कार्यालय संचालन के लिये वैकल्पिक भवन की तलाश भी शुरू हो गई थी। जिसके बाद कस्बे के मौहल्ला सराय स्थित पूराने गल्र्स कॉलेज के भवन को इसके लिये उपयुक्त मानते हुये चयनित किया था। राज्य सरकार ने उक्त भवन की मरम्मत के लिये 60 लाख रूपयों की राशि जारी की थी। जिसके बाद भवन की मरम्मत करवाई गई है। हालांकि इस भवन में कार्यालय को स्थानान्तरित करने की कवायद कई दिनों से चल रही है। लेकिन बार-बार इसे स्थगित कर दिया जाता है। इस दौरान उक्त परिसर में पुन: झाडिय़ां आदि भी उग आई है। परन्तु एक बार फिर नये सिरे से इस भवन में कार्यालय को स्थानान्तरित करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसी बीच एडीएम ओमप्रकाश सहारण व नगर परिषद एक्सईएन दीपक मीणा गुरूवार को यहाँ पहुँचे एवं भवन का जायजा लेते हुये आवश्यक सुधार के निर्देश भी दिये। इस भवन में जिला कलेक्टर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर व स्टॉफ कार्यालय के अलावा अधिवक्ताओं के बैठने के लिये भी जगह उपलब्ध करवाई जायेगी। भवन के सामने नगर परिषद का बड़ा पार्क भी है। जिसमें यहाँ सुनवाई के लिये आने वाले पक्षकारान भी बैठ सकते है। इसके अलावा यहाँ पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्थायें है। जिला प्रशासन द्वारा आमजन के लिये पर्याप्त सुविधाओं का निर्माण भी इस भवन में करवाया गया है। नई जिला कलेक्ट्रेट के बनने तक यह कार्यालय ही कोटपूतली-बहरोड़ जिले का मुख्यालय कहलायेगा। यह भवन सराय मौहल्ला व बानसूर रोड़ से सडक़ मार्ग द्वारा जुड़ता है।
150 वर्ष पूराना है भवन, खेतड़ी महाराज के कैम्प कोर्ट के रूप में हुआ था निर्माण :- कस्बे के मौहल्ला सराय स्थित उक्त भवन करीब 150 वर्ष पूरानी हैरीटेज बिल्डिंग है। जिसका निर्माण देश की आजादी से पूर्व रियासत काल में खेतड़ी रियासत के कैम्प कोर्ट के रूप में हुआ था। इसी भवन में बैठ कर कोटपूतली परगने के दौरे पर आने के वक्त तत्कालीन खेतड़ी महाराज राजस्व, दीवानी व फौजदारी मामलों की सुनवाई किया करते थे। यहाँ कोटपूतली परगने के मामलों की सुनवाई होती थी। इसी के पास में एक जेल भी स्थित थी, जिसे अब खुर्द-बुर्द कर दिया गया है। किवंदति है कि इस भवन में युग पुरूष स्वामी विवेकानन्द के चरण भी पड़े थे। बताया जाता हैै कि शिकागों धर्म सम्मेलन में जाने से पहले स्वामी विवेकानन्द तत्कालीन खेतड़ी महाराज के कहने पर कोटपूतली आये थे। जिनका लम्बा समय यहाँ बीता था। इसी दौरान उनके पैर खेतड़ी रियासत के इसी कैम्प कोर्ट में भी कई बार पड़े। देश की आजादी के बाद इस भवन का इस्तेमाल क्रमश: राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विधालय, राजकीय कन्या महाविधालय एवं विभिन्न समाजों के राजकीय छात्रावासों के रूप में भी किया गया। इसे संयोग ही कहा जायेगा कि कभी इस भवन का निर्माण न्यायिक कार्यो के लिये हुआ था एवं वर्तमान में भी इस भवन का राजस्व न्यायालय के रूप में उपयोग होगा।
