अब राजस्थान के स्टार्टअप्स भी बनेंगे इंटरनेशनल, जेआईसी-टी-हब की साझेदारी से मिलेगा ग्लोबल एक्सपोज़र, स्टार्टअप्स को मिलेगा ग्लोबल नेटवर्क का लाभ

राजस्थान में स्टार्टअप्स और इनोवेशन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए जेईसीआरसी इनक्यूबेशन सेंटर (जेआईसी) ने टी-हब के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी से न केवल प्रदेश के उभरते उद्यमियों को सशक्त बनाया जाएगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर भी मिलेगा।
टी-हब, जिसे 2015 में तेलंगाना सरकार, प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और टेक महिंद्रा जैसी कंपनियों के सहयोग से स्थापित किया गया था, आज दुनिया का सबसे बड़ा इनोवेशन सेंटर बन चुका है। अब तक 2,000 से अधिक स्टार्टअप्स को इसका लाभ मिला है, 2 बिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग प्राप्त हुई है और 600 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी की गई है। सरकार ने 2022 में इसे भारत का सर्वश्रेष्ठ इनक्यूबेटर और 2023 में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर के रूप में सम्मानित किया था। यह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम का एक अभिन्न अंग बन चुका है और नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहा है।
जेईसीआरसी इनक्यूबेशन सेंटर भी राजस्थान में स्टार्टअप्स के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। इसे सरकार से 30 करोड़ रुपये की फंडिंग प्राप्त हुई है और अब तक 75 से अधिक स्टार्टअप्स को सहयोग प्रदान किया जा चुका है। यह केंद्र उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और नए नवाचारों को समर्थन देने के लिए समर्पित है। इस साझेदारी से राजस्थान के स्टार्टअप्स को न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें एक मजबूत नेटवर्क, मेंटरशिप और बिजनेस ग्रोथ के अवसर भी मिलेंगे।
इस साझेदारी को लेकर जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के डिजिटल स्ट्रेटजी हेड, धीमंत अग्रवाल ने कहा, “हमारा लक्ष्य राजस्थान के स्टार्टअप इकोसिस्टम को वैश्विक स्तर पर ले जाना है। यह सहयोग स्टार्टअप्स को डिजिटल इनोवेशन और इंटरनेशनल एक्सपोज़र देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
” वहीं, जेईसीआरसी इनक्यूबेशन सेंटर की हेड, कोमल जोशी ने कहा, “हम केवल फंडिंग देने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि स्टार्टअप्स को सही दिशा, मजबूत नेटवर्क और इंडस्ट्री कनेक्शंस भी उपलब्ध कराएंगे। यह समझौता राजस्थान के उद्यमियों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा।”
यह साझेदारी राजस्थान के स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा अवसर है। इस पहल से स्टार्टअप्स को इंडस्ट्री विशेषज्ञों से मार्गदर्शन, निवेशकों तक पहुंच और बड़े बाजारों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का मौका मिलेगा। यह समझौता राजस्थान को स्टार्टअप्स और इनोवेशन का नया केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे प्रदेश के युवा उद्यमियों को अपनी महत्वाकांक्षाओं को साकार करने का बेहतरीन अवसर मिलेगा।